औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के चंद्रपुरा गांव के विनय कुमार मिश्रा के पुत्र पीयूष मिश्रा बचपन से मूक बधीर हैं और वो सुन और बोल नहीं पाते हैं. उसके बावजूद पिछले 5 सालों से क्रिकेट के क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर पसीने बहा रहे हैं.
मूक बधीर खिलाड़ी की मेहनत ने बदला खेल का समीकरण, हेमन ट्रॉफी में हुआ चयन!
